टीम इंडिया के ओपनर रोहित शर्मा का ये 181 वनडे मैचों के करियर में 18वां शतक है. उन्होंने 114 गेंदों में चार छक्कों और 15 चौकों की मदद से ऐसा किया.
नई दिल्ली (न्यूज़ ग्राउंड) आकाश मिश्रा : हाल ही में वनडे सीरीज
में कमजोर ऑस्ट्रेलियाई टीम का सूपड़ा साफ करने वाली नंबर वन इंग्लिश टीम भारत के
खिलाफ सीरीज में कुछ अलग ही ख्वाब बुन रही थी लेकिन टी-20 सीरीज शुरू होते ही चाइनामैन कुलदीप यादव इंग्लैंड के
बल्लेबाजों के लिए ऐसी फांस बन गए। उन्होंने गुरुवार को नॉटिंघम में खेले गए तीन
वनडे मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में भी कहर बरपाया और इसी कारण टीम इंडिया ने
आसानी से आठ विकेट से जीत हासिल कर ली। टीम इंडिया ने इस जीत के साथ ही तीन मैचों
की सीरीज़ में 1-0 की बढ़त भी बना ली। इसी
के साथ इस मैच में बहुत सारे रिकॉर्ड भी बनें,
आइए जानते हैं उनके बारे में-रोहित शर्मा के नाबाद 137 रन की पारी खेली। 181 वनडे मैचो मे पारी के दौरान उन्होंने अपना 18वां शतक जड़ा और भारत की
तरफ से उनसे आगे सिर्फ सचिन तेंदुलकर (49),
विराट कोहली (35) और सौरव गांगुली (22) मौजूद हैं। अपने शतक के दौरान रोहित ने वेस्टइंडीज के
डेसमंड हेंस और जैक्स कैलिस (17) को पीछे छोड़ा।इस मैच में रोहित शर्मा और विराट कोहली के बीच 14वीं शतकीय साझेदारी हुई और दोनों ने सचिन तेंदुलकर और
वीरेंदर सहवाग (13) का रिकॉर्ड तोड़ा। इस
मामले में भारतीय रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली (26) के नाम है। इस पारी के साथ ही वह दुनिया के ऐसे पहले बल्लेबाज़ बन गए हैं, जिन्होंने लगातार सात सीरीज में शतक ठोका है. इससे पहले ये रिकॉर्ड टीम
इंडिया के कप्तान विराट कोहली के नाम था. कोहली ने 2011 से 2012 के बीच लगातार 6 वनडे सीरीज में शतक बनाए थे. यही नहीं,
इस दमदार पारी के कारण वह इंग्लैंड के खिलाफ इंग्लैंड में सबसे बड़ी वनडे
पारी खेलने वाले भारतीय बन गए हैं. सात साल पहले यानि 2011 में विराट कोहली ने कार्डिफ वनडे में 107 रन की पारी खेली थी. जबकि छक्का लगाकर शतक
पूरा करने वाले रोहित का वनडे क्रिकेट में इंग्लैंड के खिलाफ यह पहला शतक भी है. पिछले
तीन साल में रोहित शर्मा की बल्लेबाज़ी में गजब का निखार आया है. इस दौरान विराट
कोहली ने 13 वनडे शतक ठोके तो हिटमैन 11 शतक लगाकर इस दिलचस्प रेस में बने हुए हैं. हालांकि इस रेस में तीसरे नंबर
पर ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर हैं, जिनके नाम दस शतक दर्ज हैं. लेकिन बॉल टेंपरिंग
केस में एक साल के बैन के कारण वह फिलहाल इंटरनेशनल क्रिकेट से बाहर हैं.